Hindi horror kahaniya |
Hindi horror kahaniya आज हम आपके लिए लेकर आये है, सच्ची घटना पर आधारित एक ऐसी कहानी जो सच मे डरावनी, व दिल दहला देने वाली है। इस कहानी को हमने अपने माध्यम से, आपको बताया है। इसलिए हमने इस कहानी का नाम डरावनी कहानी Hindi horror kahaniya रखा है।
Hindi horror kahaniya
जब मैं 19 साल का था, तब मैं एक स्थानीय गैस स्टेशन में काम करता था। उस वक्त उस स्टोर में, रात की पाली में काम करने वाला मैं एकमात्र कर्मचारी था। हमेशा की तरह मुझे रात 10 बजे से, सुबह 6 बजे ( क्रिसमस के दिन ) तक काम करना था। यह एक सामान्य रात थी, कोई ग्राहक नही था, और मेरा काम लगभग समाप्त हो गया था। मैंने थोड़ी देर पहले ही खाना खाया था , और धूम्रपान करने के लिए बाहर की ओर जाने वाला था।
Hindi horror kahaniya
तभी अचानक, मैंने बाहर में किसी के चलने की आवाज सुनी। यह सामान्य सी बात थी, मैंने बाहर निकल कर देखा। एक व्यक्ति तेजी से गिरते- पडते स्टोर की तरफ आ रहा था। यह एक पतला- दुबला व्यक्ति था, जिसकी लंबाई लगभग 5'9 फिट रही होगी। वह स्टोर के काफी करीब आ चुका था, वह हाथ मे एक बैग पकड़े हुए था। जब मैंने देखा कि उसके माथे से बहुत खून बह रहा है, तो मुझे थोड़ी घबराहट होने लगी। मेंने उससे पूछा कि, क्या आप ठीक है ? क्या मैं आपकी कुछ मदद कर सकता हूँ ? वह बहुत गुस्से में था, वह खूनी (लाल) आंखों से मुझे घूरने लगा । कुछ देर मुझे घूरने के बाद मुझसे कहा, कि अगर तुम मेरी मदद करना चाहते हो तो, कमबख्त पुलिस को मत बुलाना ।
Hindi horror kahaniya
मैं मान गया, क्यों कि मेरे पास और कोई रास्ता भी नही था । और सच कहुँ तो, मुझे वह व्यक्ति बिल्कुल भी ठीक नहीं लग रहा था। मुझे यह डर था कि कहीं मुझे उससे, या उसके वजह से कोई खतरा ना हो। फिर भी मैं उसके सामने अनजान बनकर, उसे यह जताने लगा, कि मैं उसकी मदद करना चाहता हुँ। मैंने उससे कहा, की अंदर प्राथमिक चिकित्सा किट (दवाई) है। अगर आप चाहे तो अपने घाव में लगा सकते है, मुझे आपकी मदद करने में खुशी होगी। वह मेरे साथ स्टोर के अंदर आया। और मैंने जैसे ही उसके लिए प्राथमिक चिकित्सा किट निकाला। उसने मुझसे कहा कि, उसे बाथरूम जाने की आवश्यकता है। और साथ ही वह मुझे फिर से वही बात बोलने लगा कि, मैं पुलिस को न बुलाऊँ।
मैंने कहा ठीक है, और मैंने उसे बाथरूम का रास्ता दिखाया। मैंने यह पहले ही सोच लिया था कि, यदि वह व्यक्ति समय से पहले बाथरूम से बाहर नहीं आया, तो मैं पुलिस को सुचना दुंगा। और उसे बाथरुम से बाहर न आता देख, मैं चुपचाप स्टोर के बाहर आया। और मैंने पुलिस को फोन लगाकर, इस बात कि सुचना दी। उन्होंने मुझे स्टोर से बाहर रहने, और साथ ही मुझे उस व्यक्ति पर नजर रखने को कहा। मुझे पुलिस अधिकारीयों के आने तक अपने आप को सुरक्षित रखना था। इसलिए मैं स्टोर के किनारे छिप गया, जिससे कि वह मुझे ना देख पाये। लेकिन यदि वह व्यक्ति बाथरुम से बाहर आता, तो मैं उसे देख सकता था। अभी वह बाथरुम से बाहर नहीं आया था, कि इतने में पुलिस अधिकारी वहाँ पहुंच गये। उन्होंने मुझसे पूछा कि वह व्यक्ति कहाँ है, और मैंने उन्हें बाथरुम कि ओर ईशारा किया। वे तुरंत वहां गये, और जैसे ही उन्होंने दरवाजा खोला, वह व्यक्ति भागने कि कोशिश करने लगा। लेकिन उनमे से एक अधिकारी ने उसे पकड़ लिया, और उसे चाकू के साथ गिरफ्तार कर लिया। Hindi me kahaniya
जब वे उसे स्टोर से बाहर ले जा रहे थे तो उनमे से एक अधिकारी ने मुझे बताया, कि मैं खुशकिस्मत हुँ जो पुलिस वहाँ मौके पर पहुंच गई। उन अधिकारियों के जाने के बाद मैं इस बात से परेशान था कि, उन्होंने आखिर मुझे ऐसा क्यों कहा ? और वह व्यक्ति कौन था ? दूसरे दिन जब एक अधिकारी मेरे पास मेरा बयान लेने के लिए आया, तब मैंने उनसे पूछा कि आखिर यह सब क्या है ? और वह व्यक्ति कौन है ? और वह बाथरुम में क्या कर रहा था ? अधिकारी ने मुझे बताया कि, मैंने उन्हें बुलाकर बिल्कुल सही किया, क्योंकि वह व्यक्ति बाथरुम में कुछ नशे की पूड़िया (हेरोइन) को ठिकाने लगा रहा था। और उसके बाद वह चाकू से मुझपे हमला करके, स्टोर से सभी पैसो को लेके भागने वाला था। क्योंकि उसके डीलर के पैसे बकाया थे, जिसकी वजह से उसकी पिटाई हुई थी। और उसके माथे से खून निकल रहा था। वह बहुत ज्यादा गुस्से में था। वह स्टोर के सभी पैसो को लूटकर, डीलर से अपनी जान बचाना चाहता था। अधिकारी ने मुझे बताया कि यदि मैं उस दिन उन्हें फ़ोन करके नही बुलाता, तो शायद आज मैं जिंदा ना होता। क्योंकी वह मुझे अपने और अपने पैसे के बीच खड़े होने की अनुमति नही देता। मैंने ईश्वर से दुवाएँ मांगी कि वैसे भयानक दिन मेरी जिंदगी में दुबारा कभी ना आए, वह पागल नशेड़ी मुझे दुबारा से ना दिखे जो अपने कर्ज के लिए मुझे मारना चाहता था । Hindi kahaniya
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तभी अचानक, मैंने बाहर में किसी के चलने की आवाज सुनी। यह सामान्य सी बात थी, मैंने बाहर निकल कर देखा। एक व्यक्ति तेजी से गिरते- पडते स्टोर की तरफ आ रहा था। यह एक पतला- दुबला व्यक्ति था, जिसकी लंबाई लगभग 5'9 फिट रही होगी। वह स्टोर के काफी करीब आ चुका था, वह हाथ मे एक बैग पकड़े हुए था। जब मैंने देखा कि उसके माथे से बहुत खून बह रहा है, तो मुझे थोड़ी घबराहट होने लगी। मेंने उससे पूछा कि, क्या आप ठीक है ? क्या मैं आपकी कुछ मदद कर सकता हूँ ? वह बहुत गुस्से में था, वह खूनी (लाल) आंखों से मुझे घूरने लगा । कुछ देर मुझे घूरने के बाद मुझसे कहा, कि अगर तुम मेरी मदद करना चाहते हो तो, कमबख्त पुलिस को मत बुलाना ।
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मैं मान गया, क्यों कि मेरे पास और कोई रास्ता भी नही था । और सच कहुँ तो, मुझे वह व्यक्ति बिल्कुल भी ठीक नहीं लग रहा था। मुझे यह डर था कि कहीं मुझे उससे, या उसके वजह से कोई खतरा ना हो। फिर भी मैं उसके सामने अनजान बनकर, उसे यह जताने लगा, कि मैं उसकी मदद करना चाहता हुँ। मैंने उससे कहा, की अंदर प्राथमिक चिकित्सा किट (दवाई) है। अगर आप चाहे तो अपने घाव में लगा सकते है, मुझे आपकी मदद करने में खुशी होगी। वह मेरे साथ स्टोर के अंदर आया। और मैंने जैसे ही उसके लिए प्राथमिक चिकित्सा किट निकाला। उसने मुझसे कहा कि, उसे बाथरूम जाने की आवश्यकता है। और साथ ही वह मुझे फिर से वही बात बोलने लगा कि, मैं पुलिस को न बुलाऊँ।
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जब वे उसे स्टोर से बाहर ले जा रहे थे तो उनमे से एक अधिकारी ने मुझे बताया, कि मैं खुशकिस्मत हुँ जो पुलिस वहाँ मौके पर पहुंच गई। उन अधिकारियों के जाने के बाद मैं इस बात से परेशान था कि, उन्होंने आखिर मुझे ऐसा क्यों कहा ? और वह व्यक्ति कौन था ? दूसरे दिन जब एक अधिकारी मेरे पास मेरा बयान लेने के लिए आया, तब मैंने उनसे पूछा कि आखिर यह सब क्या है ? और वह व्यक्ति कौन है ? और वह बाथरुम में क्या कर रहा था ? अधिकारी ने मुझे बताया कि, मैंने उन्हें बुलाकर बिल्कुल सही किया, क्योंकि वह व्यक्ति बाथरुम में कुछ नशे की पूड़िया (हेरोइन) को ठिकाने लगा रहा था। और उसके बाद वह चाकू से मुझपे हमला करके, स्टोर से सभी पैसो को लेके भागने वाला था। क्योंकि उसके डीलर के पैसे बकाया थे, जिसकी वजह से उसकी पिटाई हुई थी। और उसके माथे से खून निकल रहा था। वह बहुत ज्यादा गुस्से में था। वह स्टोर के सभी पैसो को लूटकर, डीलर से अपनी जान बचाना चाहता था। अधिकारी ने मुझे बताया कि यदि मैं उस दिन उन्हें फ़ोन करके नही बुलाता, तो शायद आज मैं जिंदा ना होता। क्योंकी वह मुझे अपने और अपने पैसे के बीच खड़े होने की अनुमति नही देता। मैंने ईश्वर से दुवाएँ मांगी कि वैसे भयानक दिन मेरी जिंदगी में दुबारा कभी ना आए, वह पागल नशेड़ी मुझे दुबारा से ना दिखे जो अपने कर्ज के लिए मुझे मारना चाहता था । Hindi kahaniya
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मुझे आशा है कि आपको सच्ची घटना पर आधारित, यह डरावनी कहानी Hindi horror kahani पसंद आई होगी। हमारी यह कहानी पढ़ने के लिए आप सभी का धन्यवाद। आपका दिन शुभ हो।
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